म्उंपसरू क्पवचपजीवतंहंती/हउंपसण्बवउ प्रेस नोट फोन/फैक्स न0 0596422554
सूवि 12 अक्टूबर ,2017 पिथौरागढ।
जनपद पिथौरागढ़ को हवाई सेवा से जोड़े जाने हेतु नैनीसैनी हवाईपट्टी में डी0जी0सी0ए0 एवं एयरपोर्ट आथाॅरिटी आॅफ इडिंया की टीम द्वारा पूर्व में किये गये निरीक्षण के उपरांत् उनके द्वारा दिये गये सुझावों व शेष कार्यों के संबंध में उनकी रिर्पोट के अनुसार उक्त हवाई पट्टी में शेष निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो गये है। गुरूवार 12 अक्टूबर को एयरपोर्ट आथॅरिटी आॅफ इण्डिया एवं यूकडा की टीम द्वारा नैनीसैनी हवाई पट्टी का निरीक्षण किया गया।
गुरूवार को स्टेट प्लेन से नैनीसैनी पहुंचे एयरपोर्ट आथॅरिटी आॅफ इण्डिया की तकनीकी टीम के सदस्यों द्वारा रनवे, टरमिनल, ए0टी0सी0टावर, फायर सर्विस रूम, वी0आई0पी0 गेस्ट हाऊस, सब स्टेशन, पंप रूम एवं गार्ड रूम आदि का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान तकनीकी टीम द्वारा किये गये कार्यों को गुणवत्ता एवं उपयोगी पाया गया। टीम द्वारा किये गये कार्यों पर अपनी सतुष्टता व्यक्त की गयी। निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट आथॅरिटी आॅफ इण्डिया के तकनीकी अधिकारी चन्द्रशेखर तिवारी ने अवगत कराया गया कि हवाई पट्टी उड़ान हेतु पूर्ण रूप से तैयार हो गयी है पूर्व में एयरपोर्ट आथॅरिटी आॅफ इण्डिया एवं राज्य सरकार के मध्य जो एमओयू हुआ है उसके अनुरूप उक्त हवाई पट्टी को किस प्रकार से संचालित किया जा सके उसके अनुरूप हमारे द्वारा हवाई पट्टी के निर्माण में पूर्ण मदद की जा रही है ताकि शीघ्र ही नैनीसैनी हवाई पट्टी से उड़ाने संचालित हो सके। इस अवसर पर निरीक्षण को पहुंची टीम द्वारा रनवे से पूर्व कामक्षा मंदिर की ओर 02 पेड़ को काटे जाने की भी सुझाव दिया गया। इस अवसर पर उपस्थित जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने अवगत कराया कि नैनीसैनी से हवाई सेवा शीघ्र प्रारम्भ हो सके इस हेतु उनके द्वारा स्वंय प्रतिदिन किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर भी नैनीसैनी हवाई पट्टी से नियमित उड़ान हेतु डी0जी0सी0ए0 एवं एयरपोर्ट आथॅरिटी आॅफ इण्डिया स्तर पर लगातार वार्ता एवं पत्राचार का कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर एयरपोर्ट आथॅरिटी आॅफ इण्डिया की ओर से तकनीकी टीम के सदस्य, चनदर शेखर तिवारी, एस0डी0 तिवारी, संदीप कुमार, कैपटन अशोक शेट्टी, धीरेन्द्र सचान एवं ब्रिडकुल के राज्य परियोजना अधिकारी आर0पी0उनियाल एवं परियोजना प्रबन्धक अनिल प्रसाद रतूड़ी आदि उपस्थित थे। |