प्रेस विज्ञप्ति।।
हरिद्वार। आज 13 अक्टूबर को जिलाधिकारी दीपक रावत तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके के नेतृत्व में भूकम्प आने पर क्षतिग्रस्त हुए मंसा देवी रोपवे वीमार्ट शोरूम, पन्नालाल भल्ला इण्टर काॅलेज, मेला अस्पताल, ग्राम आन्नेकी हेत्तमपुर में स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन तथा जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के द्वारा संयुक्त राहत एवं बचाव का माॅक ड्रिल किया गया। जिसमें प्रातः 08ः06 बजे सिटी कंट्रोल वाॅयरलेस के माध्यम से भूकम्प के झटके महसूस किये जाने किये जाने की सूचना डीएम, एसएसपी तथा मुख्य विकास अधिकारी को दी गयी। घटना की सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी/रिस्पाॅसिबल आॅफिसर, एसएसपी मुख्य विकास अधिकारी/इंसीडेंट कमाण्डर सभी प्रातः 8ः 10 बजे तक आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। आपदा कंट्रोल रूम से तत्काल सूचना तहसील कंट्रोल रूम, थाना, चैकी आदि को दी गयी।
जिलाधिकारी दीपक रावत ने आपदा कंट्रोल रूम में पहंुचते हुए तत्काल सभी थानों व तहसीलों को भूकम्प से हुई क्षति का आंकलन कर सूचना कंट्रोल रूम को देने के लिए निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा समस्त आई0आर0एस0 अधिकारियों की आपात बैठक आहुत करते हुए सूचना की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये, साथ ही आॅपरेशन, प्लानिंग, लाॅजिस्टिक चीफ को तत्काल स्टेजिंग एरिया स्थापित करते हुए आवश्यकत कार्यवाही करने के निर्देश दिये। स्टेजिंग एरिया रोशनाबाद कलेक्ट्रेट के निकट इंदिरा अम्मा कैंटीन परिसर को बनाया गया। आपदा कंट्रोल रूम द्वारा सूचना राज्य आपातकालीन पचिालन केन्द्र देहरादून तथा पुलिस कंट्रोल रूम देहरादून को अग्रसारित की गयी।
सीओ सिटी द्वारा सभी थानो को अपनेअपने क्षेत्र में भ्रमण कर जानमाल के नुकसान की सूचना से अवगत कराना को कहा गया। सिटी कंट्रोल रूम द्वारा बताया गया कि मनसा देवी रोपवे पुल एवं पन्नालाल भल्ला इण्टर काॅलेज में नुकसान की सूचना प्राप्त हुई। घायलों की संख्या मालूम करने व उन्हें उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिये गये। सिटी कंट्रोल रूम द्वारा तहसील हरिद्वार अन्तर्गत ग्राम आन्नेकी हेतमपुर में भवनों के क्षतिग्रस्त होने के कारण कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जतायगी गयी। कोटोवाली नदी पर बने पुल में भी दरार आने की सूचना प्राप्त हुई। वाॅयरलेस पर प्राप्त सूचना अनुसार मनसा देवी रोपवे में घायलों की संख्या 07 बताई गयी, उन्हें मामूली चोटें आई हैं। रोपवे में फंसे व्यक्तियों को सुरक्षित रेस्क्यू किये जाने की कार्यवाही गतिमान है।
08ः59 बजे भूकम्पीय आपदा के कारण प्रभावित तहसील रूड़की अन्तर्गत प्रभावति क्षेत्रों में राहतबचाव कार्यों को संचालित किये जाने के लिए ज्वांइट मजिस्ट्रेट रूड़की के नेतृत्व में जीआईसी गौशाला तिराहा में स्टेजिंग एरिया स्थापित किया गया। ज्वांइट मजिस्ट्रेट ने स्टेजिंग एरिया पर उपस्थित पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, सीओ रूडकी व लक्सर, फायर ब्रिगेड, लो.नि.वि., स्वास्थ्य, राजस्व, सीपीयू इत्यादि विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिये। प्रातः 09ः15 बजे आर्मी द्वारा नियुक्त किये गये 05 पर्यवेक्षकों को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। 09ः17 बजे अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व/आॅपरेशन चीफ द्वारा स्टेजिंग एरिया से घटनाओं की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक उपकरण व संसाधनों को पन्नालाल भल्ला म्यूनिसिपल इण्टर काॅलेज, वीमार्ट काॅम्प्लेक्स रानीपुर हरिद्वार, ग्राम आन्नेकी हेत्तमपुर तथा मेला चिकित्सालय भेजा गया। 09ः22 बजे जिलाधिकारी/आरओ द्वारा आपदा कंट्रोल रूम को भूकम्प की घटना में ग्रामीण क्षेत्रों में हुई क्षति की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिये गये।
09ः22 बजे रूडकी कंटोल रूम से लण्ढौरा इंडियन आॅयल काॅरपोरेशन के गैस प्लांट में आग लगने की सूचना आपदा कंट्रोल रूम को प्राप्त हुई। जिलाधिकारी द्वारा स्टेजिंग एरिया रूड़की से राहतबचाव कार्य हेतु तुरन्त टीम रवाना किये जाने के निर्देश दिये गये। ग्राम आन्नेकी हेत्तमपुर में मकानों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई जिसमें 05 व्यक्तियों की मौके पर मृत्यु हो गयी तथा 02 घायल व्यक्तियों को उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया है। घटना में लगभग 1200 लोगों के घायल होने की सूचना है, जिसमें से 22 अति गम्भीर घायल हैं तथा शेष 1178 सामान्य घायल हैं। सामान्य रूप से घायलों को घटना स्थल पर ही प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है तथा गम्भीर रूप से घायलों को अस्पताल भेजने की कार्यवाही गतिमान है।
09ः31 बजे सिटी कंट्रोल रूम द्वारा बताया गया कि वीमार्ट शाॅपिंग माॅल की आधा मंजिला गिर गयी है, जिसमें लगभग 25 लोंग फंसे है तथा माॅल में भी काफी है व रेस्क्यू टीमों द्वारा रेस्क्यू कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।
09ः32 बजे मेला चिकित्सालय का भवन भी काफी क्षतिग्रस्त हुआ है, जिसमें मरीजों के फंसे होने की आशंका है। रेस्क्यू टीम द्वारा वहां भी रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया गया है। माॅस कैजुएल्टी मैनेजमेंट के तहत अस्पताल के बाहर ही सुरक्षित परिसर में अस्थायी व्यवस्था कर घायलों का उपचार किया जा रहा है।।
जिला सूचना अधिकारी,
हरिद्वार। |