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विस्तृत समाचार
जिला योजना में स्वीकृत धनराशि का सदुपयोग समय से करें ............... मुख्य विकास अधिकारी
प्रेसनोट अल्मोड़ा 08 दिसम्बर, 2017 (सू0वि) जिला योजना में स्वीकृत धनराशि का सदुपयोग समय से करने के साथसाथ निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखना होगा यह बात विकास भवन में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मयुर दीक्षित ने कही। उन्होंने कहा कि समय पर धनराशि स्वीकृत करने के बाद भी जिन विभागों द्वारा अभी तक आशातित प्रगति नहीं की है वे माह दिसम्बर, 2017 के अन्त तक व्यय करना सुनिश्चित करेंगे। जो विभाग दिसम्बर माह के अन्त तक स्वीकृत धनराशि का 50 प्रतिशत व्यय नहीं कर पातें हैं वे विभाग धनराशि वापस कर दें ताकि अन्य विभागों को दी जा सके। उन्होंने कहा कि जल निगम, जल संस्थान, लो0नि0वि0, कृषि, उद्यान, समाज कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, खेलकूद विभाग के अधिकारी अपने कार्यों में तेजी लायें। इस बैठक में सभी विभागों ने अपने विभागों की प्रगति से अवगत कराया साथ ही अपनी परेशानियों से भी अवगत कराया जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि समस्याओं का निदान त्वरित किया जायेगा। जिला योजना के अलावा राज्य योजना, केन्द्र पोषित योजना, वाह्य सहायतित योजना व 20 सूत्रीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी। 20 सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि जो विभाग डी0 श्रेणी में है वे व्यक्तिगत रूचि लेकर ए श्रेणी में आने लिए अभी से प्रयास करें। टास्क फोर्स से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे आवंटित ग्रामों का भ्रमण कर निरीक्षण आख्या समय से देना सुनिश्चित करेंगे। उन्होने प्रत्येक विभाग की गहन समीक्षा की और कहा कि लक्ष्य को समय से पूरा करें। उन्होंने जिला योजना से जुड़े अधिकारियों से कहा कि जो भी धनराशि स्वीकृृत की गयी है उसका समय से व्यय हो इस पर हमें ध्यान रखना होगा। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जिला योजना अन्तर्गत जो कार्य किये जाने है उनको प्राथमिकता दी जाय। इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला विकास अधिकारी मो0 असलम, अर्थ एवं संख्याधिकारी जी0एस0 कालाकोटी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 निशा पाण्डे, अपर संख्याधिकारी सुनीता मल्होत्रा सहित जिला योजना से जुड़े सभी अधिकारी उपस्थित थे। अल्मोड़ा 08 दिसम्बर, 2017 (सू0वि)जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में ऊर्जा संरक्षण एवं वैकल्पिक ऊजा सम्बन्धी अनेक योजनायें जनपद में संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि एम0एन0आर0ई0 भारत सरकार द्वारा ऊर्जा संरक्षण पर विशेष बल देते हुए वर्तमान में विद्युत की बचत हेतु एल0ई0डी0 बल्बोध्टयूब लाईटो, स्टार रेटेड पंखे आदि इनर्जी इफिसियेंसी सर्विसेज लि0 के माध्यम से सस्ती दरो पर दरे निर्धारित करते हुए विद्युत उपभोक्ताओं को उपलब्ध करायी जा रही है साथ ही यह एल0ई0डी0 बल्बो आदि का विक्रय डाकघरो के माध्यम से कराया जा रहा है। जहाॅ से जनसामान्य इन्हें क्रय कर सकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि गर्म पानी की उपलब्धता हेतु स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से सौलर वाटर हीटर संयत्रों की स्थापना कराये जाने उपरान्त विद्युत बचत के सापेक्ष विद्युत उपभोक्ताओं को अपने स्थापित संयत्र की सूचना अपने विद्युत वितरण खण्ड को दिये जाने पर वर्तमान में स्थापित क्षमता के संयत्र पर रूपया 1 प्रतिमाह की दर से विद्युत बिल पर छूट प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया भारत सरकार की ग्रिड कनेक्टेड रूफ एण्ड स्माल सौलर पाॅवर प्लांट जो की छाया रहित स्थल उपलब्धता के अनुसार एक किलोवाट से 500 किलोवाट क्षमता तक तत्समय देय केन्द्रीय अनुदान पर स्थापित किये जा सकते हैं इस हेतु लगभग 1012 वर्ग मी0 प्रति किलोवाट संयत्र की स्थापना हेतु छाया रहित स्थल की आवश्यकता होती है। इन संयत्रों की स्थापना हेतु बैंक से ऋण आदि भी प्राप्त किया जा सकता हैं। योजना के सम्बन्ध उरेडा निदेशालय स्तर से समयसमय पर विभागीय वेबसाइट एवं समाचार पत्रों को माध्यम से इस हेतु आवेदन माॅगे जाते है तथा उरेडा विभाग के जनपदीय कार्यालयों से भी इस हेतु जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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