’बागेश्वर में भूस्खलन एवं अग्निकांड पर आपदा प्रतिक्रिया का सफल मॉक अभ्यासए प्रशासन ने परखी तैयारियों की चुस्ती’
बागेश्वरए 15 मईए 2025 सूण्विण्द्ध ’बागेश्वर में भूस्खलन एवं अग्निकांड पर आपदा प्रतिक्रिया का सफल मॉक अभ्यासए प्रशासन ने परखी तैयारियों की चुस्ती’ आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी आशीष भटगांई के निर्देशानुसारए जिला प्रशासन एवं आईआरएस टीम द्वारा भूस्खलन और अग्निकांड जैसी आपदा स्थितियों से निपटने हेतु एक व्यापक मॉक अभ्यास आयोजित किया गया। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य खोज एवं बचाव कार्यों के साथ.साथ विभिन्न आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसियों के रिस्पॉन्स टाइम की जांच करना था। मॉक ड्रिल की शुरुआत बीडी पांडे परिसर में भूस्खलन से भवन के क्षतिग्रस्त होने एवं शॉर्ट सर्किट से आग लगने की एक काल्पनिक स्थिति की सूचना के साथ हुई। बृहस्पतिवार अपराह्न चार बजे जिला आपदा कंट्रोल रूम को यह सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी आशीष भटगांई तत्काल कंट्रोल रूम पहुंचेए स्थिति का जायजा लिया और आईआरएस टीम को सक्रिय किया। उन्होंने इंसीडेंट कमांडर और उनकी टीम को स्टेजिंग एरिया से घटनास्थल के लिए रवाना होने के निर्देश दिए। इस मॉक अभ्यास को सुनियोजित रूप से दो चरणों में संपन्न किया गया। पहले चरण में जिला प्रशासन के अधिकारियोंए पुलिसए फायर ब्रिगेडए लोनिविए स्वास्थ्यए सूचनाए पूर्ति सहित विभिन्न विभागों के साथ मिलकर अभ्यास की विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई। दूसरे चरण में वास्तविक मॉक अभ्यास का आयोजन किया गयाए जिसमें बीडी पांडे परिसर के भवन को भूस्खलन से क्षतिग्रस्त और शॉर्ट सर्किट से लगी आग का दृश्य दर्शाया गया। मॉक ड्रिल के दौरान काल्पनिक रूप से 5 लोग गंभीर रूप से घायलए 2 मृतक तथा 5 को हल्की चोटें आने की सूचना प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त शॉर्ट सर्किट से एक व्यक्ति के हल्का व एक व्यक्ति के गंभीर रूप से झुलसने की सूचना मिली। खोज एवं बचाव टीमों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी प्रभावितों को सुरक्षित बाहर निकाला। मामूली रूप से घायल व्यक्तियों को मेडिकल टीम ने घटनास्थल पर ही प्राथमिक उपचार दियाए जबकि गंभीर रूप से घायल पांच व्यक्तियों को बेहतर उपचार हेतु जिला अस्पताल भेजा गया। भूस्खलन के कारण अवरुद्ध मार्ग को जेसीबी मशीन की सहायता से तत्काल खोलकर यातायात बहाल किया गया। घटना की सूचना मिलते ही जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम में जिलाधिकारीध्अध्यक्ष डीडीएमएए पुलिस अधीक्षकध्डिप्टी आरओए अपर जिलाधिकारीध्मुख्य कार्यकारी अधिकारीध्इंसीडेंट कमांडरध्मुख्य विकास अधिकारीध्लॉजिस्टिक्स एवं फाइनेंस चीफ तथा आईआरएस में नामित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी तुरंत उपस्थित हुए। जिलाधिकारी के निर्देश पर आईआरएस को सक्रिय किया गया और सभी एजेंसियों ने आपसी तालमेल एवं समन्वय से राहत एवं बचाव कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न किया। मॉक ड्रिल की समाप्ति के बाद कंट्रोल रूम में जिलाधिकारी द्वारा आईआरएस अधिकारियोंए एसडीआरएफए पुलिस बलए फायरए रेड क्रॉस के साथ ब्रीफिंग की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि यह मॉक ड्रिल पूर्ण रूप से सफल रहीए जिसमें सभी टीमों ने आपसी समन्वय के साथ रिस्पॉन्स टाइम को न्यूनतम रखते हुए राहत एवं बचाव कार्य किया। उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यासों का उद्देश्य किसी भी वास्तविक आपदा या आपातकालीन स्थिति में घायल व्यक्तियों के जीवन की रक्षा करना और जान.माल की क्षति को न्यूनतम करना है। उन्होंने यह भी कहा कि इन अभ्यासों से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित होती है और समय.समय पर सभी संबंधित एजेंसियों के रिस्पॉन्स टाइम की प्रभावी जांच भी हो जाती हैए जिससे भविष्य में किसी भी आपदा से निपटने हेतु प्रशासन और टीमें हर समय तैयार रहें। उन्होंने आईआरएस टीम को अपने दायित्वों एवं जिम्मेदारियों को भलीभांति समझते हुए भविष्य में किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा। साथ ही मॉक ड्रिल को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर आरण् घोडकेए प्रभागीय वनाधिकारी ध्रुव सिंह मर्तोलियाए अपर जिलाधिकारी एनण्एसण् नबियालए मुख्य विकास अधिकारी आरण्सीण् तिवारीए सीएमओ डॉण् कुमार आदित्य तिवारीए जिला विकास अधिकारी संगीता आर्याए पुलिस उपाधीक्षक अजय शाहए मुख्य शिक्षा अधिकारी जीण्एसण् सौनए उपजिलाधिकारी मोनिकाए अनिल सिंह रावतए जितेंद्र वर्माए आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल सहित एसडीआरएफए फायरए पुलिस बलए रेड क्रॉस के सदस्यए एनसीसी कैडेट्स एवं अन्य टीमें उपस्थित रहीं। .जिला सूचना अधिकारीए बागेश्वर