प्रेसंउचविज्ञप्ति
सूचना/पौडी/दिनांक 08 दिसंबर 2017,
विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी सुशील कुमार की अध्क्षता में आईआरएस (ाटना प्रतिक्रिा प्रणाली) को लेकर दो दिवसी र्काशाला के प्रथम दिवस आज विभिन्न डेस्कों के मैनेजरों के साथ विस्तृत चर्चा की गई। इस मौके पर जिलाधिकारी, जो स्वं आईआरएस सिस्टम में रिपाॅसिबल आफिसर की भूमिका में होंगे, ने बताा कि आपदा प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण अंग आपदा प्रतिक्रिा ोजना है। जिसके अनुसार आपदा ाटित होने पर प्रतिक्रिा देनी होती है। उन्होंने बताा कि आपदा के दौरान इंसिडेंट कमांडर, स्टेजिंग ऐरिा मैनेजर, प्लानिंग लाइजन आफिसर, सेफ्टी आफिसर, आॅपरेशन सेक्शन चीफ, प्लानिंग सेक्शन चीफ, लाॅजिस्टिक चीफ जैसे पदों पर र्का करने वाले अधिकारिों को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्धारित करनी है। उन्होंने अधिकारिों से कहा कि वे अपनी अपनी भूमिकाएं सही सजंग से निभाएं तथा स्टेजिंग ऐरिा में समस्त गतिविधिां सिस्टेमेटिक सजंग से सम्पन्न करों। उन्होंने आपदा के दौरान विभागी समन्व बनाकर र्का करने पर जोर दिा। र्काशाला में आपदा प्रबंधन विभाग देहरादून के विशेषज्ञ बीबी गणनाक ने आईआरएस के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताा कि किसी भी आपदा के ाटित होने ा पूर्व चेतावनी मिलने पर डीईओसी (डिस्ट्रिक्ट इमरजेंसी आॅपरेटर सेंटर) सक्रि किा जाएगा तथा आईआरएस के तहत निुक्त विभागों के प्रमुखों का दात्वि होगा कि वे तत्काल डीओईसी में पहुंचे। उन्होंने बताा कि आईआरएस के तहत सिविल प्रशासन को व्वस्थाएं सुनिश्चित करनी पडती हैं। इसके लिए अधिकारिों में नेतृत्व क्षमता का होना आवश्क है। उन्होंने बताा कि आपदा के दौरान विभिन्न प्रापों पर प्रत्ेक 12 ांटे बाद आवश्क जानकारिां उपलब्ध कराी जाएंगी तथा सूचनाएं प्लानिंग सेक्शन को प्रस्तुत की जाएंगी। उन्होंने बताा कि स्टेजिंग ऐरिा तथा डीईओसी के माध्म से ाटनाओं पर त्वरित र्कावाही चलाई जाएगी। फलस्वप विभिन्न प्रकार के ंत्रों एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व सेना के अलावा चिकित्सी सुविधाएं भी उपलब्ध कराी जा सकेंगी। उन्होंने अधिकारिों से कहा कि वे आईआरएस के तहत विभिन्न प्रकार की सूचनाएं आरओ तथा आईसी के संज्ञान में लोंगे तथा स्टेजिंग एरिा व ाटना स्थल पर त्वरित र्कावाही करवाने में अपनी रचनात्मक भूमिकाएं भी निभोंगे। उन्होंने बताा कि आपदा की स्थिति को देखते हुए ाटित आपदा के प्रबंधन के लिए आईआरएस को सक्रि कर आईसी को प्रबंधन का जिम्मा सौंपा जाएगा। उन्होने बताा कि आईसी आपदा प्रबंधन की कमान संभालेगा और परिस्थिति के अनुसार आईआरटी के विभिन्न अंगों को सक्रि करेगा। उन्होंने दृश् एवं श्रव् के माध्म से, आॅपरेशन सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन तथा लाॅजिस्टिक सेक्शन द्वारा आपदा के दौरान किस प्रकार की गतिविधिां चलाई जाएंगी, के बारे में विस्तार से अवगत कराा। र्काशाला में इंसिडेंट कमांडर व मुख् विकास अधिकारी रवनीत चीमा, आॅपरेशन सेक्शन चीफ व पुलिस उपाधीक्षक धन सिंह तोमर, उप जिलाधिकारी व डिप्टी आईसी केएस नेगी, प्लानिंग सेक्शन चीफ व पीडी एसएस शर्मा, लाॅजिस्टिक सेक्शन चीफ व जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, फाइनेंनशिल ब्रांच चीफ व मुख् कोषाधिकारी लखेंद्र गोथिाल, लाइजन आॅफिसर व जिला शिक्षाधिकारी माध्मिक हरेराम ादव, सेफ्टी आॅफिसर व ईई लोनिवि वाईएस तोमर, रिस्पांस ब्रांच डारेक्टर व मेडिकल टीम में सीएमओ डा आरएस राणा समेत फैसिलिटी ूनिट, ग्राउंड सर्पोट ूनिट, कम्ूनिकेशन ूनिट, फूड ूनिट, डाक्ूमेंटेशन ूनिट, रोड व एर कोओपरेशन, डेमोग्लाईजेशन रिर्साेस ूनिट व सिचुवेशन ूनिट से जुडे विभागी अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला सूचना अधिकारी
पौडी गसजवाल। |