स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए राज्य में ईको टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन का गठन किया गया है। मुख्य सचिव एस.रामास्वामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में पहली बोर्ड बैठक हुई। तय किया गया कि 15 दिन के अंदर ईको टूरिज्म डेवलपमेंट की कार्ययोजना प्रस्तुत की जायेगी। अगले छः महीने में पायलट प्रोजेक्ट का चयन कर अवस्थापना सुविधाएं विकसित कर ली जायेंगी।
बैठक में पर्यावरण पर्यटन विकास के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बताया गया कि परियोजना का मकसद पर्यावरण पर्यटन के अनुकूल बुनियादी सुविधाओं का विकास करना है। इसके तहत पर्वतारोहण, योगा, वेलनेश कैम्प, होम स्टे को बढ़ावा दिया जायेगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। राज्य की पर्यावरण नीति के अनुरूप पर्यटकों के अनुकूल वातावरण बनाया जायेगा। पर्यावरण पर्यटक स्थलों का विकास इस तरह किया जायेगा कि ज्यादा से ज्यादा देशीविदेशी पर्यटक प्रदेश में आ सकें। राज्य की आमदनी में वृद्धि हो। बताया गया कि इसके माध्यम से पर्यटकों को उत्तराखंड की संस्कृति, खानपान, वेशभूषा, शिल्प से रूबरू कराया जायेगा। परियोजना का मकसद प्रकृति के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना भी है।
बैठक में मुख्य परियोजना अधिकारी ईको टूरिज्म डेवलपमेंट अनूप मलिक, सचिव पर्यटन शैलेश बगोली, पीसीसीएफ राजेन्द्र कुमार, एमडी वन निगम एसटीएस लेप्चा, सीसीएफ पर्यावरण गिरिजा शंकर पांडे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। |